क्या रोहित अपने ही फैसले से लेंगे यू-टर्न? (फोटो- Pti)
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में जीत के साथ शुरुआत करने वाली टीम इंडिया को सीरीज के दूसरे मैच में ऑस्ट्रेलिया ने 10 विकेट के हराया. टीम इंडिया पहले मैच में रोहित शर्मा के बिना उतरी थी. ऐसे में उनकी जगह यशस्वी जायसवाल के साथ केएल राहुल ने ओपनिंग की थी. केएल राहुल ने पर्थ टेस्ट की पहली पारी में 26 रन और दूसरी पारी में 77 रन बनाए थे. इस मैच में वह काफी कंट्रोल में नजर आए थे, ऐसे में रोहित ने एडिलेड टेस्ट के लिए अपनी बैटिंग पोजिशन की कुर्बानी दी थी और वह मिडिल ऑर्डर में खेले थे. लेकिन एडिलेड टेस्ट में ना रोहित का बल्ला चला और ना ही राहुल पर्थ वाले कमाल को दोहरा सके.
एडिलेड की नाकामी के बाद क्या करेंगे रोहित?
एडिलेड टेस्ट में टीम इंडिया की हार में सबसे बड़ा हाथ बल्लेबाजों का रहा. भारतीय बल्लेबाज दोनों ही पारियों में 200 से कम रन के स्कोर पर सिमट गए. केएल राहुल दोनों ही पारियों में टीम को अच्छी शुरुआत दिलाने में नाकाम रहे. वहीं, रोहित भी मिडिल ऑर्डर में पारी को संभाल नहीं सके. ऐसे में अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या रोहित शर्मा मिडिल ऑर्डर में खेलना जारी रखेंगे या फिर ओपनिंग बल्लेबाज के तौर पर अगले मुकाबले में उतरेंगे. सीरीज का तीसरा मैच ब्रिस्बेन क्रिकेट ग्राउंड में खेला जाना है, जिसे आमतौर पर गाबा के नाम से जाना जाता है.
एडिलेड में बैटिंग पोजिशन बदलने का नहीं मिला फायदा
एडिलेड टेस्ट में केएल राहुल ने पहली पारी में 64 गेंदों का सामना किया था और 6 चौकों की मदद से 37 रन बनाए थे. वहीं, दूसरी पारी में वह 10 गेंद ही खेल सके थे और 7 रन बनाकर पवेलियन लौट गए थे. यानी राहुल दोनों ही पारियों में ज्यादा कुछ खास नहीं कर सके. दूसरी और सालों बाद मिडिल ऑर्डर में खेलने उतरे रोहित शर्मा पहली पारी में 23 गेंदों पर 3 रन ही बना पाए थे और दूसरी पारी में 15 गेंदों पर 6 रन बनाकर अपना विकेट गंवा बैठे थे.
सवालों के घेरे में रोहित शर्मा
एडिलेड टेस्ट की हार के बाद रोहित शर्मा सवालों के घेरे में हैं. वह बतौर कप्तान पिछले कुछ मुकाबलों में लगातार फ्लॉप रहे हैं. उन्होंने पिछले चारों टेस्ट हारे हैं. वहीं, उनके बल्ले से भी कोई बड़ी पारी देखने को नहीं मिल रही है. उन पर बल्ले से रन बनाने का भी दवाब है. ऐसे में रोहित शर्मा एक बार फिर ओपनिंग करते हुए नजर आ सकते हैं, क्योंकि बतौर ओपनर उनके आंकड़े काफी बेहतर हैं. इसके अलावा उन्होंने पिछले 6 साल टेस्ट में बतौर ओपनर ही खेला है, ऐसे में वह नई बॉल से खेलने के आदी भी हो गए हैं.
नई बॉल से रोहित के शानदार आंकड़े
बता दें, रोहित ने टेस्ट में बिना ओपनर कुल 27 मैच खेले हैं, इस दौरान उन्होंने 47 पारियों में 1594 रन बनाए हैं. जिसमें 10 अर्धशतक और 3 शतक शामिल हैं. इस दौरान उनका औसत भी 40 से कम रहा है. वहीं, बतौर ओपनर उन्होंने 37 टेस्ट मैच खेले हैं, इस दौरान उन्होंने 64 पारियों में 44.01 के औसत से 2685 रन जड़े हैं, जिसमें 8 अर्धशतक और 9 शतक भी हैं. यानी बतौर ओपनर उनके आंकड़े काफी अच्छे हैं.