भारतीय क्रिकेट टीम के लिए विराट कोहली ने एक बड़ा रिकॉर्ड बना दिया है। वे भारत के लिए सबसे ज्यादा इंटरनेशनल मैचों में भाग लेने वाले दूसरे खिलाड़ी बन गए हैं। विराट कोहली ने इस मामले में महेंद्र सिंह धोनी का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। हालांकि, 8 साल के बाद वे नंबर तीन पर टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाजी करने उतरे तो बुरी तरह फेल हो गए। बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में उनका खाता तक नहीं खुला। इस मैदान पर वे डेढ़ दशक से ज्यादा समय से आईपीएल खेल रहे हैं। ऐसे में इस ऐतिहासिक मैच की पहली पारी में उनका शून्य पर आउट होना अपने आप में उनके खराब बात है।
विराट कोहली आज भारत के लिए 536वां इंटरनेशनल मैच खेलने उतरे। एमएस धोनी ने टीम इंडिया के लिए 535 मुकाबले खेले हैं। इस तरह विराट कोहली अपने पूर्व कप्तान एमएस धोनी से आगे निकल गए, लेकिन विराट अभी भी क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर से 128 मुकाबले पीछे हैं। सचिन तेंदुलकर ने 664 मैच भारतीय टीम के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट में खेले हैं। चौथे नंबर पर राहुल द्रविड़ हैं, जिन्होंने भारत के लिए 504 मुकाबले खेले हैं और रोहित शर्मा लिस्ट में पांचवें पायदान पर हैं, जो 486 मुकाबले इंटरनेशनल क्रिकेट में टीम इंडिया के लिए अब तक खेल चुके हैं।
भारत के लिए सबसे ज्यादा इंटरनेशनल मैच
664 मैच – सचिन तेंदुलकर
536 मैच – विराट कोहली
535 मैच – एमएस धोनी
504 मैच – राहुल द्रविड़
486 मैच – रोहित शर्मा
दाएं हाथ के बल्लेबाज विराट कोहली इस मुकाबले में न्यूजीलैंड के खिलाफ नंबर तीन पर उतरे। शुभमन गिल इस मैच में नहीं खेल रहे हैं। इस वजह से विराट को नंबर तीन पर खेलना पड़ा। साल 2016 के बाद पहली बार विराट कोहली इस नंबर पर खेलने उतरे और बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए। विराट कोहली को विल ओराउर्की ने ग्लेन फिलिप्स के हाथों कैच आउट कराया। विराट कोहली पिछले तीन मैचों में अलग-अलग पायदानों पर खेले हैं। बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में वे नंबर चार पर खेले, दूसरे टेस्ट मैच में नंबर पांच पर खेले और इस मुकाबले में नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने उतरे।