
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के बीच दिग्गज की मौत. (फोटो- Robert Cianflone/Getty Images)
टीम इंडिया इन दिनों ऑस्ट्रेलिया दौरे पर है, जहां दोनों टीमों के बीच 5 टेस्ट मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी खेली जा रही है. इस सीरीज का पहला मैच पर्थ में खेला गया था, जिसमें भारतीय क्रिकेट टीम ने 295 रनों से बाजी मारी थी. अब सीरीज का दूसरा मैच 6 दिसंबर से एडिलेड में खेला जाएगा. लेकिन इस मुकाबले के पहले क्रिकेट जगत को सन्न कर देने वाली दुखद खबर सामने आई है. दरअसल, ऑल्ट्रेलिया के एक दिग्गज क्रिकेटर ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया है. इस दिग्गज को टीम के साथी खिलाड़ी और प्रतिद्वंद्वी दोनों ही बहुत सम्मान देते थे.
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के बीच इस दिग्गज की मौत
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के बीच ऑस्ट्रेलिया में शोक की लहर दौड़ गई है. पूर्व आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज इयान रेडपाथ का 83 साल की उम्र में निधन हो गया है. इयान रेडपाथ ने 1964 से 1976 तक के अपने इंटरनेशनल करियर में 66 टेस्ट और पांच वनडे मैच खेले थे. वह एक अडिग सलामी बल्लेबाज के रूप में जाने जाते थे. इयान रेडपाथ ने 1964 में साउथ अफ्रीका की टीम के खिलाफ अपना पहला टेस्ट मैच खेला था. एमसीजी में अपने पहले टेस्ट मैच में उन्होने 97 रन बनाए थे और वह शतक के करीब पहुंचकर चूक गए थे. वहीं, उन्होंने अपना पहला वनडे मैच 1971 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था.
इयान रेडपाथ ने अपने टेस्ट करियर में 43.45 के औसत से 4737 रन बनाए थे. इस दौरान उनके बल्ले से 8 शतक देखने को मिले थे. फरवरी 1969 में वेस्टइंडीज के खिलाफ सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर उन्होंने अपना पहला टेस्ट शतक लगाया था. वहीं, 1975-76 में वेस्टइंडीज के खिलाफ चार पारियों में तीन शतक लगाकर अपने टेस्ट करियर का अंत किया था. इसके अलावा उन्होंने 5 वनडे मैचों में 9.20 से औसत से 46 रन ही बनाए थे. बता दें, जनवरी 2023 में ही उन्हें क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया था.
7 दिन में दो क्रिकेटर्स की मौत
ऑस्ट्रेलिया के लिए पिछले 7 दिन दुखों से भरे रहे हैं. इयान रेडपाथ से पहले 23 साल के ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर आदि डेव की भी मौत हो गई थी. आदि डेव ऑलराउंडर थे. वो अपनी लेफ्ट आर्म स्पिन के लिए मशहूर थे. ये खिलाड़ी महज 15 साल की उम्र में सुर्खियों में आया था. साल 2017 में डार्विन में डेविड वॉर्नर और स्टीव स्मिथ की टीम के बीच इंटरा-स्क्वाड मैच खेला गया था जिसमें आदि डेव को फील्डिंग करने का मौका मिला था. ऐसे में पूरी ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट कम्युनिटी इस समय सदमे में है.