पर्थ में ऑस्ट्रेलिया को किया परेशान, फिर भी ये स्टार होगा टीम इंडिया से बाहर!

पर्थ में ऑस्ट्रेलिया को किया परेशान, फिर भी ये स्टार होगा टीम इंडिया से बाहर!

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एडिलेड में दूसरा टेस्ट मैच खेला जाएगा.Image Credit source: PTI

पर्थ तो जीत लिया, अब बारी एडिलेड की है. टीम इंडिया इसकी तैयारी में जुट गई है और उसकी तैयारियों का पहला इम्तेहान कैनबरा में होगा. ऑस्ट्रेलिया की राजधानी में शनिवार 30 नवंबर से दो दिन का प्रैक्टिस मैच शुरू हो रहा है, जिसमें टीम इंडिया का सामना प्राइम मिनिस्टर इलेवन से होगा. ये डे-नाइट प्रैक्टिस मैच है क्योंकि 6 दिसंबर से एडिलेड में डे-नाइट मैच ही खेला जाएगा. वैसे तो इस मैच में टीम इंडिया की तैयारियों का जायजा लिया जाएगा लेकिन नजर उस खिलाड़ी पर भी रहेगी, जिसने पहले मैच में ही डेब्यू किया था. ये खिलाड़ी हैं हर्षित राणा जिन्होंने पर्थ में प्रभावित किया था लेकिन दूसरे टेस्ट में उनको बाहर बैठना पड़ सकता है.

पर्थ में किया प्रभावित, फिर भी होना पड़ेगा बाहर?

युवा तेज गेंदबाज हर्षित राणा ने पर्थ टेस्ट से अपने इंटरनेशनल करियर का आगाज किया था. पर्थ की तेज और उछाल लेती पिच पर उनको खिलाने का फैसला सही साबित हुआ और वो ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के लिए परेशानी साबित हुए. उन्होंने पहली पारी में ही ट्रेविस हेड का बेहद अहम विकेट लेकर टीम इंडिया को बड़ी राहत दिलाई थी और ऑस्ट्रेलिया को सिर्फ 104 रन तक रोकने में बड़ी भूमिका निभाई थी. हर्षित ने 3 विकेट लिए थे. हालांकि दूसरी पारी में वो बेअसर दिखे थे और जब पिच बल्लेबाजी के लिए अच्छी होने लगी थी तो उनमें अनुभव की कमी साफ नजर आई थी.

ऐसे में अब उत्सुकता इस बात की बनी हुई है कि क्या उन्हें एडिलेड टेस्ट में खिलाया जाएगा? कैनबरा में होने जा रहे प्रैक्टिस मैच से इसके संकेत मिल सकते हैं कि टीम इंडिया क्या सोचती है. अगर डे-नाइट टेस्ट मैच में इस्तेमाल होने वाली गुलाबी गेंद और एडिलेड की पिच के ऐतिहासिक बर्ताव की हर्षित के बॉलिंग स्टाइल से तुलना करें तो ये मेल खाती हुई नहीं दिखतीं. हर्षित मुख्य रूप से शॉर्ट ऑफ लेंथ गेंदबाजी या शॉर्ट पिच गेंदबाजी कर बल्लेबाजों को परेशान करने की काबिलियत रखते हैं. पर्थ टेस्ट में भी उनका यही रोल था. एडिलेड में लेकिन इसकी जरूरत कम ही पड़ेगी.

क्यों अलग है एडिलेड, किसे मिलेगा मौका?

असल में गुलाबी गेंद आम तौर पर लाल गेंद से ज्यादा स्विंग और सीम होती है. खास तौर पर शाम के वक्त इस गेंद की हरकत ज्यादा देखने को मिलती है. ऐसे में हर टीम के तेज गेंदबाज मुख्य रूप से यही कोशिश करते हैं कि गेंद को थोड़ा आगे पिच किया जाए ताकि स्विंग या सीम से बल्लेबाज को छकाया जाए. जाहिर तौर पर जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज इसकी काबिलियत रखते हैं. अब अगर टीम इंडिया एडिलेड में भी 3 प्रमुख तेज गेंदबाजों के साथ उतरने का मन बनाती है तो इस भूमिका में वो आकाश दीप को इस्तेमाल कर सकती है, जिनकी गेंदबाजी की स्टाइल यही है और गुलाबी गेंद उन्हें ज्यादा रास आ सकती है. ऐसे में ये संभव है कि सिर्फ एक टेस्ट के बाद ही फिलहाल हर्षित को बाहर बैठना पड़ सकता है.



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