एक इस्तीफे से इस शेयर में 2 दिन से मचा है भूचाल, बेचकर निकल रहे निवेशक

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    एक इस्तीफे से इस शेयर में 2 दिन से मचा है भूचाल, बेचकर निकल रहे निवेशक

    Mapmyindia stock return: सी.ई.इन्फो सिस्टम के स्वामित्व वाली कंपनी- मैपमाईइंडिया के शेयरों को बेचने का सिलसिला जारी है। सिर्फ दो कारोबारी दिन में यह शेयर 13 फीसदी से ज्यादा टूट चुका है। कंपनी के शेयरों में यह हाहाकार सीईओ रोहन वर्मा के इस्तीफे के बाद देखने को मिला है। बता दें कि मैपमाईइंडिया के सीईओ रोहन वर्मा एक नया बिजनेस-टू-कंज्यूमर (बी2सी) शुरू करने के लिए कंपनी में अपनी सभी कार्यकारी जिम्मेदारियां छोड़ रहे हैं।

    क्या है शेयर का हाल

    मंगलवार के इंट्रा-डे कारोबार में बीएसई पर मैपमाईइंडिया के शेयर 9 प्रतिशत गिरकर 1,534 रुपये पर आ गए। यह शेयर के 52-सप्ताह का निचला स्तर है। कारोबार के अंत में शेयर 8.92% टूटकर 1538.65 रुपये के निचले स्तर तक आ गया।

    कंपनी का प्लान

    रोहन वर्मा के नए वेंचर में मैपमायइंडिया 10 प्रतिशत हिस्सेदारी लेगी और नई कंपनी में अनिवार्य रूप से परिवर्तनीय डिबेंचर (सीसीडी) के माध्यम से 35 करोड़ रुपये की अतिरिक्त फंडिंग करेगी। इस तरह, नई कंपनी में रोहन वर्मा की 90 फीसदी हिस्सेदारी होगी जबकि शेष 10 फीसदी हिस्सेदारी मैपमायइंडिया के पास होगी। कंपनी ने कहा कि सीसीडी या तो 10 साल के बाद या नई कंपनी के किसी तीसरे पक्ष के मूल्यांकन में 25 प्रतिशत की छूट पर, जो भी पहले हो, इक्विटी में परिवर्तित हो जाएगी।

    कंपनी के बारे में

    मैपमायइंडिया भारत की लीडिंग डीप-टेक डिजिटल मैप डेटा, भू-स्थानिक सॉफ्टवेयर वाली कंपनी है। कंपनी मैपल्स मैपमायइंडिया ब्रांड के तहत अपने डिजिटल मैप, सॉफ्टवेयर उत्पाद, प्लेटफॉर्म, एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस (एपीआई), आईओटी और नए जमाने की तकनीकी कंपनियों, उद्योग क्षेत्रों के व्यवसायों, ऑटोमोटिव ओईएम, सरकारी संगठनों, डेवलपर्स और उपभोक्ताओं को सॉल्यूशन प्रोवाइड करती है।

    क्या कहते हैं एक्सपर्ट

    जेएम फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशनल सिक्योरिटीज के विश्लेषकों के अनुसार B2C सेगमेंट (मैपल्स) में मैपमाईइंडिया का निवेश मार्जिन पर असर डाल रहा था। ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि नई इकाई मूल कंपनी से निवेश आवश्यकताओं को सीमित करते हुए बाहरी फंड जुटाने का पता लगा सकती है। इससे मैपमाईइंडिया के मार्जिन/आरओसीई प्रोफाइल में सुधार होना चाहिए। ब्रोकरेज फर्म के मुताबिक सीईओ के रूप में रोहन के जाने से एक नेतृत्व शून्यता पैदा हो सकती है। कंपनी को विश्वास है कि अब राकेश वर्मा के मार्गदर्शन से उसकी नेतृत्व टीम काफी सक्षम है।

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