सुनील गावस्कर तो 5 घंटे में ही बात से पलट गए, जिस पर उठाया सवाल, उसकी ही तारीफ करने लगे

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सुनील गावस्कर तो 5 घंटे में ही बात से पलट गए, जिस पर उठाया सवाल, उसकी ही तारीफ करने लगे

सुनील गावस्कर तो 5 घंटे में ही बात से पलट गए, जिस पर उठाया सवाल, उसकी ही तारीफ करने लगे

सुनील गावस्कर ने अपनी बात से पलटने में ज्यादा देरी नहीं की.Image Credit source: PTI

न्यूजीलैंड के खिलाफ पुणे में शुरू हुए दूसरे टेस्ट मैच का पहला दिन टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा और कोच गौतम गंभीर के लिए उतार-चढ़ाव भरा रहा. पहला मैच हारने के बाद दूसरे मैच में वापसी के इरादे से उतरी टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन में 3 बदलाव किए गए, जिसमें सबसे ज्यादा चर्चा कुलदीप यादव की जगह शामिल किए गए स्पिन-ऑलराउंडर वॉशिंगटन सुंदर को लेकर हुई. रोहित-गंभीर के इस फैसले पर शुरू से ही आम फैंस से लेकर दिग्गज क्रिकेटर्स और कॉमेंटेटर्स ने भी सवाल उठाए लेकिन सुंदर ने अपने शानदार प्रदर्शन से हर किसी को गलत साबित कर दिया. इन्हीं में से एक हैं पूर्व महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर, जिन्होंने पहले सुंदर को सेलेक्ट किए जाने की आलोचना की लेकिन कुछ ही घंटों में पलटी मारते हुए इसे बेहतरीन फैसला बता दिया.

पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेले जा रहे इस टेस्ट मैच में पहले दिन इंग्लैंड की पूरी टीम सिर्फ 259 रन पर निपट गई थी. इसमें सुंदर ने सबसे ज्यादा 7 शिकार किए, जो सिर्फ टेस्ट क्रिकेट ही नहीं, बल्कि पूरे फर्स्ट क्लास करियर में उनका सबसे अच्छा प्रदर्शन है. उनके अलावा 3 विकेट दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने भी लिए और टॉस हारने के बावजूद टीम इंडिया को अच्छी शुरुआत दिलाने में अहम भूमिका निभाई. हालांकि पहले और दूसरे सेशन का अंत होने से पहले तक हर किसी की जुबान पर एक ही बात थी- कुलदीप की जगह सुंदर को चुनने का फैसला एकदम गलत था.

पूर्व भारतीय कप्तान और इस मैच में कॉमेंट्री कर रहे सुनील गावस्कर ने भी इस फैसले पर सवाल खड़े किए थे. असल में टीम इंडिया के कोच गौतम गंभीर ने मैच से एक दिन पहले कहा था कि सुंदर को टीम में इसलिए शामिल किया गया क्योंकि वो न्यूजीलैंड की टीम में शामिल बाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ असरदार हो सकते हैं. गावस्कर इस तर्क को मानने के लिए तैयार नहीं थे. पूर्व दिग्गज ओपनर ने कॉमेंट्री के दौरान कहा सुंदर का चयन उनकी बॉलिंग के बजाए उनकी बल्लेबाजी के कारण हुआ क्योंकि पिछले टेस्ट में बल्लेबाजी ढेर होने के कारण टीम इंडिया डर गई.

गावस्कर ने यहां तक कहा कि अगर उनकी चलती तो वो कुलदीप यादव को ही चुनते जो सुंदर जैसी बैटिंग तो नहीं कर पाते लेकिन बल्ले से कुछ योगदान जरूर दे पाते. हालांकि दूसरे सेशन के अंत में सुंदर ने रचिन रविंद्र समेत 2 अहम विकेट लेकर वापसी की और फिर तीसरे सेशन में 5 विकेट और झटकते हुए न्यूजीलैंड को 259 रन पर निपटा दिया. जाहिर तौर पर सुंदर के इस प्रदर्शन के बाद सवाल उठाने वाली आवाजें दब गईं या फिर बदल गईं. गावस्कर भी अलग नहीं थे और उनके भी सुर बदल गए. सुंदर के 5 विकेट लेने के बाद गावस्कर ने कॉमेंट्री के दौरान इसे एक दमदार और इंस्पायरिंग सेलेक्शन बताया.

अब सुंदर ने तो अपने इस प्रदर्शन से हर किसी को गलत और अपने कप्तान-कोच को सही साबित कर दिया लेकिन रोहित के लिए दिन का अंत एक बार फिर सवालों के घेरे में फंसकर हुआ. बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज में नाकाम होने के बाद और पिछले टेस्ट में भी कुछ खास कमाल करने से चूकने के बाद रोहित की फॉर्म पर सवाल उठ रहे हैं, जो इस बार भी जारी रहे. दिन के अंत में टीम इंडिया अपनी पहली पारी में बैटिंग के लिए आई लेकिन भारतीय कप्तान तीसरे ओवर में ही आउट होकर पवेलियन लौट गए. रोहित ने 9 गेंदों का सामना किया लेकिन खाता तक नहीं खोल सके.



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