शॉ का इसलिए हो गया खेल खराब! (PC-INSTAGRAM)
पृथ्वी शॉ के टैलेंट की दुनिया दीवानी थी. ये खिलाड़ी अगर 10 ओवर क्रीज पर खड़ा रह जाए तो पूरी तरह विरोधी के हाथों से मैच निकल जाता था यही वजह है कि दिल्ली कैपिटल्स पिछले सीजन तक इस खिलाड़ी को 7.5 करोड़ रुपये देती थी लेकिन इस बार पृथ्वी शॉ को पहले टीम से बाहर किया गया और उसके बाद आईपीएल ऑक्शन में इस बल्लेबाज पर किसी ने दांव नहीं लगाया. पृथ्वी शॉ के टीम से बाहर होने की वजह दिल्ली कैपिटल्स के को-ओनर पार्थ जिंदल ने बताई है. पार्थ जिंदल ने बताया कि पृथ्वी शॉ को इस तरह के झटके की जरूरत थी.
पार्थ जिंदल का शॉ पर बड़ा खुलासा
पार्थ जिंदल ने स्पोर्ट्स टुडे से बातचीत में कहा कि पृथ्वी शॉ शुरू से ही एक बेहतरीन खिलाड़ी रहे हैं. हर कोई जानता है कि उनके अंदर क्या काबिलियत है. शॉ की तुलना सचिन, लारा जैसे खिलाड़ियों से हुई. वो विराट कोहली और सचिन की तरह एमआरएफ के बैट से खेलते थे. मुंबई में उन्हें तीनों फॉर्मेट की टीम में जगह मिलती थी और दिल्ली कैपिटल्स के लिए भी पृथ्वी ने शुरुआत की.जिंदल ने आगे कहा कि उन्हें लगता है कि शॉ को इस तरह के झटके की जरूरत थी. पृथ्वी शॉ को मेहनत करनी होगी और उन्हें दोबारा खेल से प्यार करना होगा. शॉ को अपने अनुशासन और फिटनेस पर काम करना होगा.
पार्थ जिंदल ने इस इंटरव्यू में साफ बता दिया कि पृथ्वी शॉ के अंदर क्या कमियां थी जिनकी वजह से किसी टीम ने उनपर दांव नहीं खेला. जिंदल ने इशारा किया कि शॉ की फिटनेस खराब है, वो पहले जैसे अनुशासित नहीं हैं और उनकी अंदर मेहनत करने की भूख भी खत्म हो गई है. साफ है इन तीन गलतियों की वजह से ही इस खिलाड़ी को इतना बड़ा झटका लगा है.
प्रवीण आमरे ने भी कही बड़ी बात
पृथ्वी शॉ को दिल्ली कैपिटल्स में जगह दिलाने वाले पूर्व क्रिकेटर प्रवीण आमरे को भी यही लगता है कि छोटी सी उम्र में बहुत ज्यादा पैसा कमाने की वजह से शायद शॉ रास्ते से भटक गए हैं. प्रवीण आमरे के मुताबिक 23 साल की उम्र तक शॉ ने 30-40 करोड़ रुपये कमा लिए थे जिसे वो संभाल ना सके. प्रवीण आमरे के मुताबिक अनुशासनहीनता ही पृथ्वी की सबसे बड़ी कमजोरी है. हालांकि उन्होंने उम्मीद जताई कि आईपीएल में लगे झटके के बाद शॉ वापसी करेंगे.