भारत के बाएं हाथ के पूर्व खिलाड़ी हेमंग बदानी दिल्ली कैपिटल्स के मुख्य कोच बनने की दौड़ में सबसे आगे चल रहे हैं जबकि तेज गेंदबाज मुनाफ पटेल का नाम फ्रेंचाइजी के सहयोगी स्टाफ में भूमिका के लिए चर्चा में है। दिल्ली कैपिटल्स ने कुछ सप्ताह पहले ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग को उनकी उपलब्धता संबंधी समस्याओं के कारण मुख्य कोच के रूप में हटा दिया था। पोंटिंग 2018 से टीम के साथ थे।
इंडियन प्रीमियर लीग के एक सूत्र ने पीटीआई को नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया, ‘‘दिल्ली कैपिटल्स का प्रबंधन स्तरीय घरेलू कोच ढूंढ रहा है और हेमंग तथा मुनाफ का नाम सामने आया है। अभी अंतिम फैसला नहीं किया गया है लेकिन मुनाफ गेंदबाजी कोच हो सकते हैं।’’
अधिकांश अन्य फ्रेंचाइजी की तरह दिल्ली कैपिटल्स के भी आगामी भव्य नीलामी से पहले तीन खिलाड़ियों को रिटेन (अपने साथ बरकरार रखने) करने की उम्मीद है। टीम कप्तान ऋषभ पंत (18 करोड़ रुपये), ऑलराउंडर अक्षर पटेल (14 करोड) और बाएं हाथ के स्पिनर कुलदीप यादव (11 करोड़) को रिटेन कर सकती है।
पांच खिलाड़ियों को रिटेन करने पर 75 करोड़ रुपये खर्च होंगे इसलिए यह माना जा रहा है कि पिछले साल के स्टार खिलाड़ी जेक-फ्रेजर मैकगर्क और दक्षिण अफ्रीका के ट्रिस्टन स्टब्स को टीम राइट टू मैच (आरटीएम) कार्ड के जरिए चुन सकती है, बशर्ते उनकी कीमत टीम के बजट के भीतर हो।
बदानी का नाम मुख्य कोच के रूप में आने का कारण अगले दो वर्षों के लिए प्रबंधन में बदलाव का मामला हो सकता है। टीम के सह-मालिकों में से एक जीएमआर अब टीम का संचालन करेगा। दूसरा सह-मालिक जेएसडब्ल्यू है।
माना जाता है कि दोनों सह-मालिकों के बीच दो-दो साल तक टीम का प्रबंधन करने पर सहमति है। बदानी इससे पहले सनराइजर्स हैदराबाद में ब्रायन लारा के साथ काम कर चुके हैं लेकिन अगर उन्हें यह काम मिलता है तो यह उनके लिए बहुत बड़ा मौका होगा।
तमिलनाडु के पूर्व बल्लेबाज बदानी ने 2001-2004 के बीच भारत के लिए चार टेस्ट और 40 एकदिवसीय मैच खेले जिसमें 2001 की सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एकदिवसीय शतक उनके करियर का मुख्य आकर्षण रहा। उनसे उम्मीद की जाएगी कि वह दिल्ली कैपिटल्स को उसका पहला आईपीएल खिताब दिलाएं जो 2008 में लीग की शुरुआत के बाद से टीम से दूर रहा है। दिल्ली केवल एक बार 2020 में फाइनल में पहुंची है जब वह मुंबई इंडियंस से हार गई थी।