Dehradun Car Accident: एडवांस होने के बावजूद क्यों सेफ नहीं है हमारी कारें, कहां हो रही है गड़बड़ी?

देहरादून में टोयोटा इनोवा हाइक्रॉस का एक्सीडेंट हुआ था.Image Credit source: X (ट्विटर)/Toyota

देहरादून में हुए हालिया कार एक्सीडेंट में एक टोयोटा इनोवा हाइक्रॉस पूरी तरह तहस-नहस हो गई. इस हादसे में छह युवाओं की जान चली गई. ऐसे में एक बड़ा सवाल उठता है कि क्या भारत में बनी कारें ग्लोबल लेवल पर बनने वाली कारों जितनी सेफ हैं या नहीं? इनोवा हाइक्रॉस जैसी एडवांस कार भी युवाओं की जान नहीं बचा पाई. तो क्या भारतीय कारों में मिलने वाले फीचर्स जान बचाने में नाकाम साबित हो रहे हैं? या असली वजह हमारा ड्राइविंग करने का तरीका है, जो हमारी सेफ्टी को कमजोर कर रहा है. आइए जानते हैं.

आजकल कारें काफी मॉडर्न हो रही हैं. भारत में एक नया ट्रेंड जो निकला है, वो सेफ कारों का है. ये ऐसी कारों होती हैं, जिनमें जबरदस्त सेफ्टी फीचर्स होते हैं. अगर आपको रोड पर सेफ रहना है, तो कार के सेफ्टी फीचर्स पर ध्यान देना होगा, और ट्रैफिक नियमों का पालन करना होगा.

कार असेसमेंट प्रोग्राम और क्रैश टेस्ट

भारत में कारों की सेफ्टी चेक करने के लिए Bharat NCAP (Bharat New Car Safety Assessment Program) एजेंसी क्रैश टेस्ट करती है. ग्लोबल NCAP भी क्रैश टेस्ट करती है, ये एक इंटरनेशल एजेंसी है. ये टेस्ट कारों की मजबूती, एयरबैग का इम्पैक्ट और सेफ्टी फीचर्स को परखते हैं, और पाइंट्स देते हैं. सबसे मजबूत कार को 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग दी जाती है. हालांकि, भारत में अभी भी कई कारें हैं जो इन टेस्ट में अच्छे प्रदर्शन नहीं कर पाती हैं.

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कार सेफ्टी फीचर्स

आजकल कारों में कई तरह के सेफ्टी फीचर्स आते हैं, जैसे एयरबैग, एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम (ABS), इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC), और सीट बेल्ट रिमाइंडर. ये फीचर्स एक्सीडेंट होने के मामले में चोटों को कम करने में मदद करते हैं.

सीट बेल्ट रिमाइंडर: यह फीचर ड्राइवर और सवारियों को सीट बेल्ट बांधने की याद दिलाता है.

एयरबैग: दुर्घटना की स्थिति में एयरबैग खुल जाते हैं, और ड्राइवर और बाकी सवारियों की जान बचाते हैं. आजकल कई कारों में 6 एयरबैग बतौर स्टैंडर्ड आते हैं.

एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS): यह सिस्टम कार को ऑटोमैटिकली कंट्रोल करने में मदद करता है. इससे रोड एक्सीडेंट को रोकने में भी मदद मिलती है.

देहरादून के हादसे से हमें यह सबक मिलता है कि कार खरीदते समय केवल कीमत और फीचर्स पर ही ध्यान नहीं देना चाहिए, बल्कि सेफ्टी फीचर्स पर भी गौर करना चाहिए. इसके अलावा ट्रैफिक नियमों का पालन जरूरी है. सरकार को भी रोड सेफ्टी के लिए कड़े नियम बनाने चाहिए और उनका पालन सुनिश्चित करना चाहिए.



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