
जॉन कैम्पबेल वेस्टइंडीज के लिए 20 टेस्ट मैच खेल चुके हैं.Image Credit source: Gareth Copley/Getty Images
क्रिकेट वेस्टइंडीज (CWI) ने अपने ही एक खिलाड़ी पर अनुशासनहीनता के कारण तगड़ा बैन लगा दिया है. विंडीज बोर्ड ने एक प्रेस रिलीज में ऐलान किया कि अनुभवी टेस्ट बल्लेबाज जॉन कैम्पबेल को 4 मैच के लिए बैन कर दिया गया है. विंडीज बोर्ड की तरफ से लगाया गया ये बैन जितना कड़ा है, इसकी वजह भी उतनी ही चौंकाने वाली है. क्रिकेट वेस्टइंडीज का ये एक्शन करीब 12 दिन पहले हुए एक टूर्नामेंट के फाइनल की घटना के बाद हुआ है, जिसमें कैम्पबेल ने खेलने से इनकार कर दिया था और वो टॉस के लिए मैदान में नहीं आए थे.
विंडीज बोर्ड ने शुक्रवार 6 दिसंबर को एक प्रेस रिलीज में इस सजा का ऐलान किया. बोर्ड ने बताया कि सुपर 50 फाइनल मैच के दौरान अपने बर्ताव से कोड ऑफ कंडक्ट का उल्लंघन करने के कारण जमैका स्कॉर्पियन्स के कप्तान जॉन कैम्पबेल पर 4 मैच का प्रतिबंध लगाया गया है. ये बैन इस टूर्नामेंट के अगले सीजन यानि 2025 में होने वाले इवेंट के दौरान लागू होगा. इसके मुताबिक, अंपायरों के आदेश के बावजूद कैम्पबेल फाइनल मैच के लिए टॉस के लिए नहीं उतरे थे, जिसके बाद मैच रेफरी ने उन्हें CWI के कोड ऑफ कंडक्ट का दोषी पाया था.
क्यों टॉस के लिए नहीं पहुंचे थे कैम्पबेल?
अब सवाल ये है कि मामला था क्या? असल में विंडीज बोर्ड के डॉमेस्टिक वनडे टूर्नामेंट सुपर 50 का फाइनल 24 नवंबर को खेला जाना था. फाइनल में कैम्पबेल की कप्तानी वाली जमैका का सामना बारबाडोस से प्राइड से थे. ये मुकाबला त्रिनिदाद के टारोबा में होना था लेकिन बारिश के कारण मुकाबला वक्त पर शुरू नहीं हो सका. इसके बाद मैच रेफरी और अंपायरों ने दोनों टीम के कप्तानों को बताया था कि 20-20 ओवर के मुकाबले का वक्त बताया.
अंपायर और मैच रेफरी ने दोनों टीम के कप्तानों को भरोसा दिलाया कि मैदान की परिस्थितियां मैच शुरू करने के लिए अच्छी हैं, लेकिन इसके बावजूद दोनों टीम के कप्तान वक्त पर टॉस के लिए नहीं पहुंचे और मैच के तय वक्त तक टीमें मैदान पर नहीं उतरीं. ऐसे में अंपायर ने मुकाबले को रद्द घोषित कर दिया. इसके चलते किसी भी टीम को विजेता और उपविजेता घोषित नहीं किया गया. ऐसे में किसी को भी इनामी राशि और मैच फीस नहीं देने का फैसला भी किया गया.
दूसरे कप्तान पर भी होगी कार्रवाई
वेस्टइंडीज के लिए 20 टेस्ट समेत कुल 28 इंटरनेशनल मैच खेल चुके 31 साल के कैम्पबेल ने रेफरी को लिखे पत्र में अपनी गलती को स्वीकार करते हुए अपने बर्ताव के लिए माफी मांगी. वहीं इस मामले में दोषी बारबाडोस के कप्तान रेमन रीफर ने मैच रेफरी के आरोपों पर अभी तक कोई जवाब नहीं दिया, जिसके चलते विंडीज बोर्ड ने अभी तक उनकी सजा का ऐलान नहीं किया है. बोर्ड ने अपनी प्रेस रिलीज में साफ किया है कि उन पर भी कैम्पबेल जैसे ही आरोप लगे हैं और ऐसे में उनकी सजा भी वैसी ही होगी. हालांकि बोर्ड ने ये भी बताया है कि अगर रीफर जवाब नहीं देते हैं तो उनके मामले को अनुशासन समिति के पास भेजा जाएगा और फिर उन पर एक्शन होगा.