बुलडोजरImage Credit source: Meta AI
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने माफिया और अवैध कब्जों के खिलाफ बुलडोजर की क्या कार्रवाई की, इसे दूसरी राज्य सरकारों ने भी फॉलो करना शुरू कर दिया. उत्तर प्रदेश के बाद बुलडोजर का कहर मध्य प्रदेश और राजस्थान में देखने को मिला.
भारत में बुलडोजर का क्रेज हमेशा से ही रहा है, अगर बुलडोजर से सड़क पर खुदाई भी की जा रही हो तो सैकड़ों लोग इस खुदाई को देखने के लिए सब काम धंधे छोड़कर रुक जाते हैं. फिलहाल देश में बुलडोजर का निर्माण JCB, Tata सहति कई कंपनी बना रही हैं. लेकिन एक समय ऐसा भी था जब सिर्फ Tata ही बुलडोजर बनाया करती थी.
बुलडोजर एक्शन पर SC का सख्त रुख
यूपी सहित दूसरी राज्य सरकारों के बुलडोजर एक्शन पर सुप्रीम कोर्ट ने सख्त टिप्पणी की है. सुप्रीम कोर्ट ने बुलडोजर एक्शन पर सुनवाई करते हुए कहा कि अवैध निर्माण और आरोपियों के घरों को बिना नोटिस दिए गिराया नहीं जा सकता. साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने बुलडोजर एक्शन पर गाइडलाइन जारी करने की बात कही.
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टाटा ने 1961 में बनाया देश का पहला बुलडोजर
टाटा इंजीनियरिंग एंड लोकोमोटिव कंपनी (Telco) ने देश में पहला बुलडोजर 1961 में बनाया था. तब बुलडोजर का काम खदान में खुदाई करना और ट्रकों में माल की लदाई करना काम था. यहीं Telco कंपनी बाद में टाटा मोटर्स बनी और इसकी कंस्ट्रक्शन इक्विमेंट बनाने की डिवीजन Telcon के नाम से जाने जानी लगी. 2012 में जापान की कंपनी हिताची के साथ इसका समझौता हुआ और बाद में ये कंपनी Tata Hitachi के नाम से जाने जानी लगी.
किस काम में होता है बुलडोजर का यूज
बुलडोजर को उन कामों के लिए बनाया गया था, जिन्हें मजदूर नहीं कर सकते. मसलन जल्दी खुदाई करने, मिट्टी और कोयला की ट्रक में लदाई, अवैध निर्माण को गिराने, गहरे नालों की सफाई करने के लिए बुलडोजर का यूज किया जाता है.