कोचीन शिपयार्ड के शेयरों ने आज 4 प्रतिशत से अधिक का गोता लगाया है। आज इस पीएसयू कंपनी में 5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने के लिए सरकार का ऑफर-फॉर-सेल (OFS) खुला। इसके जरिए सरकार 1,540 रुपये प्रति शेयर के फ्लोर प्राइस पर हिस्सेदारी कम करने का इरादा रखती है। इसका मतलब है कि पिछले बंद स्तर से 7 प्रतिशत की छूट। दूसरी ओर ग्रेट ईस्टर्न शिपिंग कंपनी के शेयरों में आज बीएसई पर 5% तक की तेजी आई। जबकि, शिपिंग कॉर्पोरेशन के शेयर 4.6% उछले।
मनी कंट्रोल के मुताबिक OFS में 2.5 प्रतिशत हिस्सेदारी या 66 लाख शेयरों का बेस ऑफर शामिल है। इसके साथ ही 2.5 प्रतिशत का ग्रीन शू ऑप्शन भी शामिल है। खुदरा निवेशकों के लिए, यह इश्यू 17 अक्टूबर को खुलेगा। नॉन-रिटेल श्रेणी के लिए सांकेतिक मूल्य अलग से जारी किया जाएगा।
कंपनी के लेटेस्ट शेयर होल्डिंग पैटर्न के अनुसार, सरकार के पास वर्तमान में कोचीन शिपयार्ड में 72.86 प्रतिशत हिस्सेदारी है। दोपहर एक बजे के करीब कोचीन शिपयार्ड के शेयर एनएसई पर 4.37 पर्सेंट टूटकर 1598.95 रुपये पर कारोबार कर रहे थे। इस गिरावट के बावजूद इसने इस साल अबतक 135 पर्सेंट का रिटर्न दिया है।
इन दो शिपिंग कंपनियों के शेयर में क्यों है उछाल
दूसरी ओर ग्रेट ईस्टर्न शिपिंग कंपनी के शेयरों में आज बीएसई पर 5% तक की तेजी आई। क्योंकि, केंद्र आज की कैबिनेट बैठक में कोस्टल शिपिंग बिल 2024 को मंजूरी दे सकता है। शिपिंग कॉर्पोरेशन के शेयर 4.6% बढ़कर 249.45 रुपये के दिन के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए, जबकि ग्रेट ईस्टर्न शिपिंग कंपनी के शेयर बीएसई पर 2.5% बढ़कर 1,312.40 रुपये पर पहुंच गए। सीएनबीसी आवाज के मुताबिक शिपिंग क्षेत्र में नियमों को आसान बनाने और बंदरगाहों पर कारोबार बढ़ाने के प्रयास में केंद्र आज की बैठक में उक्त विधेयक को मंजूरी दे सकता है।
विधेयक के पीछे मुख्य उद्देश्य भारतीय बंदरगाहों में अधिक जहाज लाइनों को प्रवेश करने के लिए प्रोत्साहित करना है, जिससे इन बंदरगाहों पर यातायात में वृद्धि होगी। विधेयक में कुछ उपायों का प्रस्ताव है जो प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने और भारतीय बंदरगाहों में प्रवेश करने वाले जहाजों के लिए संचालन को आसान बनाने में मदद करेंगे।