Ranji Trophy: इन 2 खिलाड़ियों ने मिलकर जो किया, उसे कहते हैं असली कहर, कैसे बच सकती थी ये टीम?

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Ranji Trophy: इन 2 खिलाड़ियों ने मिलकर जो किया, उसे कहते हैं असली कहर, कैसे बच सकती थी ये टीम?

Ranji Trophy: इन 2 खिलाड़ियों ने मिलकर जो किया, उसे कहते हैं असली कहर, कैसे बच सकती थी ये टीम?

रणजी ट्रॉफी में 73 रन पर टीम ऑल आउट ( सांकेतिक तस्वीर- Stu Forster – ECB/ECB via Getty Images)

रणजी ट्रॉफी में 2 खिलाड़ियों का कमाल का प्रदर्शन देखने को मिला है. कमाल इसलिए क्योंकि उन्होंने साथ मिलकर जो किया है वो मैदान पर बरपे असली कहर से कम नहीं है. उसे बिजली गिरना कहते हैं. हम बात कर रहे हैं मेघालय और जम्मू कश्मीर के बीच खेले मुकाबले की. इस मैच में मेघालय ने पहले बैटिंग की. पहली पारी में उस टीम का जो हाल हुआ है उसने जम्मू कश्मीर के लिए मैच बना दिया है. दरअसल, मेघालय की टीम सस्ते में ही सिमट गई और उसे सिमटाने वाले जम्मू कश्मीर के साऱे नहीं बल्कि केवल 2 गेंदबाज रहे.

2 गेंदबाज ही पूरी टीम के लिए रहे काफी

जम्मू कश्मीर ने मेघालय के खिलाफ पहली पारी में अपने 5 गेंदबाज अपनाए. लेकिन, उनमें से असर सिर्फ 2 ने ही छोड़ा. मेघालय की बल्लेबाजी को पिघलाने वाले जम्मू कश्मीर के वो 2 गेंदबाज आकिब नबी और आबिद मुश्ताक रहे. इन दोनों ने मिलकर मेघालय के बल्लेबाजों के लिए विकेट पर टिक पाने को मुश्किल बना दिया.

पहली पारी में 73 रन पर मेघालय ऑल आउट

आकिब नबी और आबिद मुश्ताक के बरपाए कहर की बदौलत मेघालय की हालत ऐसी हो गई वो सिर्फ 73 रन पर ही ऑल आउट हो गई. मेघालय की इस हालत के जिम्मेदार जम्मू कश्मीर के वो दोनों गेंदबाज रहे. पहली पारी में आकिब नबी और आबिद मुश्ताक दोनों ने ही 5-5 विकेट झटके. मतलब मेघालय के सारे 10 विकेट सिर्फ उन दोनों ने मिलकर लिए.

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एक ने 5वीं बार तो दूसरे ने 8वीं बार झटके 5 विकेट

मध्यम गति के तेज गेंदबाज आकिब नबी ने पहली पारी में 9 ओवर में सिर्फ 14 रन देकर मेघालय के 5 बल्लेबाजों को आउट किया. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उन्होंने 5वीं बार 5 विकेट झटके हैं. वहीं स्पिनर आबिद मुश्ताक ने 15.3 ओवर में 19 रन देकर 5 विकेट लिए हैं. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में ये उनका 8वां 5 प्लस विकेट है.

जम्मू कश्मीर को मिली बढ़त

मेघालय के 73 रन पर ऑलआउट होने के बाद जम्मू कश्मीर ने अपनी पहली पारी की बेजोड़ शुरुआत की है. उसने मेघालय पर लीड हासिल कर ली है. अब देखना ये है कि जम्मू कश्मीर की टीम खुद को मिली बढ़त को कितना बड़ा करती है. क्योंकि, जितने ज्यादा रन वो बनाएगी. उतने ही उसके पारी के अंतर से जीतने के चांस भी बढेंगे



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