गेमर्स और पावर यूजर्स को जहां खास परफॉर्मेंस वाले स्मार्टफोन की जरूरत होती हैं वहीं, अधिकांश लोग सिर्फ यही चाहते हैं कि उन्हें ऐसा फोन मिले जो डेली लाइफ में बिना रूके और थके स्मूथली काम करें। यही कारण है कि दैनिक उपयोग के लिए नया मोबाइल खरीदते वक्त उसकी परफॉर्मेंस को परखना जरूरी हो जाता है। नया Vivo T3 Ultra एक परफॉर्मेंस-ओरिएंटेड डिवाइस है, जो ब्रांड की ‘कैमरा फोन’ वाली पहचान से कुछ अलग करता है। इसकी कीमत ₹31,999 से शुरू होती है जो इस बजट सेग्मेंट में मौजूद 30,999 रुपये वाले पावरफुल मोबाइल Realme GT 6T के सामने चुनौती पेश करता है। यहां हमने इन दोनों ही स्मार्टफोंस का परफॉर्मेंस कंपैरिजन करते हुए परखने की कोशिश की है कि कौन सा मोबाइल यूजस के लिए बेहतर विकल्प साबित हो सकता है।
परफॉर्मेंस कंपैरिजन की शुरुआत करने से पहले इन दोनों स्मार्टफोंस के प्रोेसेसर की क्षमता को जानना जरूरी है। चलिए दोनों मोबाइल्स के चिपसेट की जानकारी आगे पढ़ते हैं।
Vivo T3 Ultra को MediaTek के Dimensity 9200+ SoC पर पेश किया गया है। जो 4नैनोमीटर फेब्रिकेशन्स पर मोबाइल चिपसेट है जो एक 3.35GHz की क्लॉक स्पीड वाले Cortex-X3 ऑक्टा-कोर CPU पर काम करता है। वहीं दूसरी ओर, Realme GT 6T 4एनएम फेब्रिकेशन्स वाले Qualcomm Snapdragon 7+ Gen 3 ऑक्टा-कोर प्रोसेसर से लैस है जो 2.8GHz Cortex-X4 कोर पर क्लॉक किया गया है।
टेस्टिंग ऑल-राउंड परफॉर्मेंस: Antutu
Antutu वैश्विक रूप से मान्यता प्राप्त बेंचमार्क है जो स्मार्टफोन्स का मूल्यांकन करने के लिए उपयोग किया जाता है। एक कार का उदाहरण लेते हुए बात करें तो, जिस तरह से इंजन, ट्रांसमिशन, ड्राइव शाफ्ट, डिफरेंशियल जैसे अलग अलग आस्पेक्ट मिलकर काम करते हैं तो व्हीकल को पावर मिलती है। ठीक उसी तरह मोबाइल फोंस की परफॉर्मेंस के लिए भी कई CPU, GPU, Memory और UX जैसे आस्पेक्ट मिलकर काम करते हैं और मोबाइल को ताकत देते हैं। Antutu बेंचमार्क इन्हीं पहलुओं का परीक्षण करता है। यह सभी का व्यक्तिगत स्कोर निकालता है तथा साथ ही फुल एनटूटू स्कोर भी प्रदान करता है जो फोन परफॉर्मेंस का जांचने में सहायक होता है। अगर ‘A’ फोन का एनटूटू स्कोर ‘B’ फोन की तुलना में अधिक आता है, तो कहा जाएगा कि ज्यादा स्कोर प्राप्त करने वाला मोबाइल बेहतर प्रदर्शन करेगा। इसी तरह सीपीयू, जीपीयू, मेमोरी और यूएक्स जैसे विभिन्न आस्पेक्ट्स के व्यक्तिगत एनटूटू स्कोर के हिसाब से भी तुलना की जा सकती है।
स्मार्टफोन | Vivo T3 Ultra | Realme GT 6T |
AnTuTu | 1445926 | 1450949 |
ओवरॉल Antutu स्कोर पर नज़र डालने से यह साफ हो जाता है कि ये दोनों ही मोबाइल परफॉर्मेंस के मामले में एक दूसरे तो कड़ी टक्कर देते हैं। यहां Vivo T3 Ultra का एनटूटू स्कोर 1,445,926 आया है तथा Realme GT 6T ने 1,450,949 एनटूटू स्कोर हासिल किया है। निश्चित रूप से दोनों स्कोर्स में अंतर तो है, लेकिन यह फर्क इतना मामूली है कि पुख्ता तौर पर नहीं कहा जा सकता है कि कोई एक फोन दूसरे पर ज्यादा भारी पड़ेगा।
वहीं, व्यक्तिगत स्कोर्स को देखने पर यह कहा जा सकता है कि Vivo T3 Ultra GPU स्कोर के मामले में थोड़ा बेहतर है। यह बेहतर ग्राफिक्स के साथ शानदार गेमिंग परफॉर्मेंस प्रदान कर सकता है। दूसरी ओर, Realme GT 6T मेमोरी स्कोर्स के मामले में थोड़ा बेहतर है। यह दर्शाता है कि मल्टीटास्किंग, ऐप लोडिंग तथा डाटा व स्टोरेज से जुड़े अन्य कार्य अपेक्षाकृत बेहतर तरीके से कर सकता है। यह सब दोनों स्मार्टफोंस के Antutu स्कोर के आधार पर कहा जा सकता है।
दोनों स्मार्टफोंस के एनटूटू स्कोर में बहुत ज्यादा अंतर नहीं है तथा ये तकरीबन एक समान ही है। ऐसे में इसे एक टाई राउंड कहा जाएगा।
Winner: एक समान
स्मार्टफोन की गणना क्षमता का परीक्षण: Geekbench
Geekbench बेंचमार्क भी स्मार्टफोन परफॉर्मेंस को जांचने का एक अन्य फेमस विकल्प है जो विशेष रूप से फोन CPU का परीक्षण करता है। अगर कार के उदाहरण को जारी रखें, तो Geekbench केवल इंजन का परीक्षण करता है। डेवलपर के अनुसार गीकबेंच स्कोर को 2500 के बेसलाइन बेंचमार्क स्कोर के हिसाब से कैलिब्रेट किया गया है, जोकि Intel Core i7-12700 से लैस Dell Precision 3460 लैपटॉप का स्कोर है। Geekbench स्कोर्स को सिंगल-कोर और मल्टी-कोर में विभाजित किया जाता है, जिसमें प्रत्येक स्कोर के अंदर इंटीजर और फ्लोटिंग-पॉइंट कैलकुलेशन होते हैं।
ज्यादा विस्तार में न जाते हुए, आपको यह जानना चाहिए कि ये पैरामीटर सीधे CPU की गणना या डाटा प्रोसेसिंग क्षमता से जुड़े होते हैं। जब यह टेस्ट किया जाता है, तो Geekbench CPU को विभिन्न प्रकार के कार्यों (या वर्कलोड) के जरिए टेस्ट करता है। इसमेंफाइल कंप्रेशन और नेविगेशन जैसे प्रोडक्टिविटी टास्क, टेक्स्ट प्रोसेसिंग जैसे डेवलपर टास्क, फोटो ऑब्जेक्ट डिटेक्शन जैसे मशीन लर्निंग टास्क और फिल्टर और ऑब्जेक्ट रिमूव जैसे इमेजिंग टास्क शामिल हैं। इनमें वेब ब्राउज़िंग जैसे कुछ हल्के कार्य होते हैं जिन्हें सिंगल CPU कोर द्वारा संभाला जा सकता है। इसे गीकबेंच सिंगल-कोर स्कोर में शामिल किया जाता है। इसी तरह इमेज पर फिल्टर लगाना जैसे हैवी काम के लिए CPU के कई कोर की आवश्यकता होती है तथा इसका असर बेंचमार्क के मल्टी-कोर स्कोर पर पड़ता है।
Geekbench स्कोर | Vivo T3 Ultra | Realme GT 6T |
सिंगल-कोर | 1854 | 1826 |
मल्टी-कोर | 5066 | 4544 |
Vivo T3 Ultra और Realme GT 6T के सिंगल-कोर और मल्टी-कोर Geekbench स्कोर की तुलना करते समय, एक समान रुझान देखा जाता है। स्कोर्स लगभग बराबरी पर हैं। यहां मल्टी-कोर स्कोर्स में मामूल अंतर आया है जहां Vivo T3 Ultra थोड़ा बेहतर प्रदर्शन करता है। इस हिसाब से Vivo स्मार्टफोन मल्टी-थ्रेडेड टास्क जैसे वीडियो एडिटिंग इत्यादि को बेहतर तरीके से संभाल सकता है। लेकिन फिर भी इस अंतर को रियल स्मार्टफोन यूज के हिसाब से बहुत बड़ा नहीं कहा जाएगा।
Winner: एक समान
निरंतर प्रदर्शन का मूल्यांकन: Burnout Test
किसी भी मोबाइल की रॉ परफॉर्मेंस उस फोन की फास्ट प्रोसेसिंग को जांचने का केवल एक पहलू है। स्मार्टफोन छोटे कार्यों में तो सही काम कर लेता है लेकिन अधिक दबाव की स्थिति में उसकी परफॉर्मेंस गिर सकती है। इसे थ्रॉटलिंग कहा जाता है जिसे बर्नआउट टेस्ट बेंचमार्क ऐप के जरिये परखा जाता है। कार के उदाहरण में, बर्नआउट टेस्ट यह जांचने के समान है कि क्या बिना इंजन के गरम हुए कार लंबे समय तक तेज़ गति से चल सकती है? या फिर वह धीमी पड़ जाएगी।
फोन में लंबे समय तक लगातार हैवी टास्क किए जाने पर उसका सीपीयू थ्रॉटल कर सकता है यानी प्रोसेसिंग स्लो हो सकती है। इससे फोन परफॉर्मेंस पर इफेक्ट पड़ता है तथा फोन धीमा काम करने लगता है। मोबाइल गेमिंग में ऐसा देखा जा सकता है। बर्नआउट टेस्ट दिखाता है कि दबाव में CPU का कितना प्रतिशत प्रदर्शन बरकरार रहता है। यह दर्शाता है कि प्रैशर की स्थिति में वह फोन कितना अच्छा प्रदर्शन कर सकता है।
Smartphone | Vivo T3 Ultra | Realme GT 6T |
CPU Throttle via Burnout | 54.2% | 58.4% |
गीकबेंच और एनटूटू के बाद अब बर्नआउट बेंचमार्क में भी हमें Vivo T3 Ultra और Realme GT 6T का प्रदर्शन लगभग एक समान ही लगा। T3 Ultra ने जहां दबाव की स्थिति में अपना उच्चतम प्रदर्शन करते हुए 54.2 प्रतिशत तक थ्रॉटल किया, वहीं Realme GT 6T थोड़ा बेहतर प्रदर्शन करते हुए 58.4 प्रतिशत तक थ्रॉटल कर पाया। इस बर्नआउट टेस्ट द्वारा प्राप्त स्कोर्स बताते हैं कि रियलमी जीटी 6टी स्मार्टफोन लोड के वक्त थोड़ा बेहतर प्रदर्शन देने की क्षमता रखता है। लेकिन यहां भी वीवो और रियलमी के बीच के डिफरेंस को बहुत ज्यादा नहीं माना जाएगा। दोनों की परफॉर्मेंस तकरीबन एक जैसी ही मिलेगी।
Winner: एक समान
Gaming test
हैवी गेमिंग किसी भी स्मार्टफोन की परफॉर्मेंस पावर को बड़े अच्छे से दर्शा सकती है। यह एक तरह से रियल लाइफ टास्क है जिसके लिए किसी बेंचमार्क ऐप की जरूरत नहीं पड़ती है। यहां पर तो कार के उदाहरण को भी लागू नहीं किया जा सकता है। लेकिन हां, यह जरूर कहा जा सकता है कि मोबाइल गेमिंग कार को फास्ट चलाने, स्टंट मारने और रफ ड्राइविंग करने के बाद यह चेक करने के जैसा कि कहीं इंजन ज़्यादा गर्म तो नहीं हो गया और क्या कार अभी भी स्मूथ चल रही है।
हमारे गेमिंग टेस्ट के लिए हमने दोनों स्मार्टफोंस में Call of Duty, Real Racing 3, और BGMI को 30-30 मिनट तक खेला। गेमिंग के दौरान इन मोबाइल फोंस की प्रति सेकंड फ्रेम्स (FPS) नोट की गई तथा टेम्परेचर गन के जरिये यह भी चेक किया गया कि गेम खेलने से कौन सा फोन कितना गर्म हुआ है। अधिक FPS नंबर अच्छे प्रदर्शन का संकेत देते हैं, लेकिन अधिक तापमान होन मतलब.. फोन के लिए उतना ही खतरा।
Gaming | Vivo T3 Ultra | Realme GT 6T | |
BGMI | फ्रेम प्रति सेकेंड | 36.8 | 36.81 |
COD | फ्रेम प्रति सेकेंड | 52.6 | 51.99 |
Real Racing | फ्रेम प्रति सेकेंड | 57.4 | 57.33 |
तीन गेम्स में औसत फ्रेम्स प्रति सेकंड (FPS) के आंकड़ों को देखते हुए, यह कहा जा सकता है कि Vivo T3 Ultra और Realme GT 6T दोनों फोन समान गेमिंग प्रदर्शन देने में सक्षम हैं। चूंकि गेमिंग प्रदर्शन को सीधे सामान्य तथा रोज़मर्रा के प्रदर्शन से जोड़ा जा सकता है, तो यहां कहानी स्पष्ट है — गेमिंग परफॉर्मेंस के मामले में दोनों फोन बराबरी पर हैं।
Gaming | Vivo T3 Ultra | Realme GT 6T | |
BGMI | तापमान वृद्धि | 6.7 डिग्री | 5.5 डिग्री |
COD | तापमान वृद्धि | 5.6 डिग्री | 6.2 डिग्री |
Real Racing | तापमान वृद्धि | 5.7 डिग्री | 2.9 डिग्री |
लंबे समय तक गेम खेलने से स्मार्टफोन गर्म हो सकते हैं, और Vivo T3 Ultra तथा Realme GT 6T के थर्मल प्रदर्शन को देखते हुए यहां कुछ अंतर दिखाई देते हैं। पहले दो गेम्स के दौरान दोनों स्मार्टफोन एक-दूसरे को संतुलित रखते हुए लगभग 1 डिग्री सेल्सियस ठंडे रहते हैं, लेकिन Realme GT 6T Real Racing चलाते समय थोड़ा बेहतर प्रदर्शन करता है और ज्यादा ठंडा रहता है। हालांकि, देखा जाए तो 3 डिग्री सेल्सियस का यह अंतर इतना महत्वपूर्ण नहीं है, इसलिए यह राउंड भी टाई है।
Winner: एक समान
निष्कर्ष
टेस्ट के आधार पर, Vivo T3 Ultra और Realme GT 6T प्रदर्शन के मामले में एक-दूसरे के बराबर नजर आते हैं। चाहे वह वेब ब्राउज़िंग और सोशल मीडिया जैसे बेसिक कार्य हों, इमेज एडिटिंग और गेमिंग जैसे हैवी टास्क हों, या दबाव में निरंतर प्रदर्शन की क्षमता हो, दोनों फोन एक-दूसरे के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। अगर आप प्रदर्शन को प्राथमिकता देते हैं, तो आपको पता होना चाहिए कि इस कीमत के सेगमेंट में iQOO Neo 9 Pro इन दोनों से आगे है, जो थोड़ा महंगा (₹36,998) का है और इसमें पिछले साल के फ्लैगशिप चिपसेट, Qualcomm Snapdragon 8 Gen 2 पर काम करता है। इस फोन का Antutu स्कोर 1,611,015 और Geekbench सिंगल-कोर स्कोर 2023 तथा मल्टी-कोर स्कोर 5564 तथा Burnout Test रिजल्ट 53.7% तक पाया जा चुका है। हां इसका CPU थ्रॉटलिंग परफॉर्मेंस भी लगभग समान प्रदर्शन करता है।
देखा जाता है कि ज्यादातर लोग नया मोबाइल देने समय केवल परफॉर्मेंस पर ही फोकस नहीं करते बल्कि अन्य आस्पेक्ट्स को भी परखते हैं। Vivo T3 Ultra और Realme GT 6T में भी कुछ ऐसे पहलू हैं जहां दोनों फोन एक दूसरे से अलग बनते हैं। उदाहरण के लिए, Vivo T3 Ultra की IP68 रेटिंग यह दर्शाती है कि यह धूल और नमी के संपर्क में आने पर भी सुरक्षित रह सकता है। क्योंकि Realme GT 6T IP65 सर्टिफाइड है जो इसे कमजोर बनाता है। इसी तरह Vivo फोन का सेल्फी कैमरा भी बेहतर है, सेंसर मेगापिक्सल और रियल लाइफ फोटोग्राफी रिजल्ट बेहतर हैं। वहीं Realme GT 6T में 6000 निट्स पीक ब्राइटनेस मिलती है जो Vivo T3 Ultra की 4500 निट्स की तुलना में काफी ज्यादा है। यह दर्शाती है कि रियमली मोबाइल सनलाइट में भी आउटडोर में बेहतरी विजुअल क्वालिटी दे सकता है। हालांकि इस परफॉर्मेंस कंपैरिजन में दोनों फोन एक समान ही रहे हैं।